Video Transcription
एक दिन पढ़ाई करते करते दीदी के पास ही सो गया।
रात के टू उकलोक बजे के आसपास मेरी नीद खुल गयी।
दीदी मुझको पकड़ कर आराम से सो रही थी।
मैंने दीदी को साइड में कर दिया और उठ कर लाइट ओनन की।
उन्हें एक बार गौर से देखा।
एक दिन पढ़ाई करते करते दीदी के पास ही सो गया।
रात के टू उकलोक बजे के आसपास मेरी नीद खुल गयी।
दीदी मुझको पकड़ कर आराम से सो रही थी।
मैंने दीदी को साइड में कर दिया और उठ कर लाइट ओनन की।
उन्हें एक बार गौर से देखा।